परिचय
“राम राम सब कहते हैं, राम बिना सब शून्य।”
यह सुनकर मन खिल उठता है, है ना?
बस यही है यमक अलंकार का जादू — शब्दों का ऐसा खेल जो सुनने में मधुर और अर्थ में गहरा होता है।
Yamak Alankar ki Paribhasha
जब किसी कविता या वाक्य में एक ही शब्द का पुनरावृत्ति (दो बार या अधिक बार प्रयोग) किया जाता है, परंतु हर बार उसका अर्थ अलग-अलग होता है, तो ऐसे प्रयोग को यमक अलंकार कहते हैं।
| तत्व | विवरण |
|---|---|
| अलंकार का नाम | यमक अलंकार |
| प्रकार | शब्दालंकार |
| विशेषता | एक ही शब्द का बार-बार प्रयोग, पर अर्थ भिन्न |
| प्रभाव | शब्दों में मधुरता और अर्थ की गहराई |
| प्रयुक्त क्षेत्र | कविता, शायरी, गीत, निबंध |
यमक अलंकार के प्रकार (Yamak Alankar ke Prakar)
| क्रम | प्रकार | विवरण |
|---|---|---|
| 1 | शब्द यमक | जहाँ एक ही शब्द की पुनरावृत्ति केवल शब्द रूप में होती है, पर अर्थ बदल जाते हैं। |
| 2 | अर्थ यमक | जहाँ एक ही शब्द के दो या अधिक अर्थों से कविता में सौंदर्य उत्पन्न होता है। |
| 3 | द्विविध यमक | जहाँ एक ही शब्द दो स्थानों पर आता है और दोनों बार उसका अर्थ तथा प्रभाव भिन्न होता है। |
यमक अलंकार पहचानने के नियम (Yamak Alankar Pehchanne ke Niyam)
यमक अलंकार को पहचानने के लिए नीचे दिए गए सरल नियम याद रखें:
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वाक्य या पंक्ति में एक ही शब्द दो या अधिक बार आया हो।
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हर बार उसका अर्थ अलग-अलग निकले।
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वाक्य में कोई उपमा, रूपक या विशेषण-विशेष्य संबंध न हो।
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अर्थ में दोहरा प्रभाव या मधुरता होनी चाहिए।
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यदि एक ही शब्द बार-बार आए लेकिन अर्थ समान रहे — तो वह यमक नहीं कहलाता।
👉 ट्रिक:
“एक शब्द, दो अर्थ — यही यमक का अर्थ।”
यमक अलंकार के उदाहरण (Yamak Alankar ke Udaharan)
नीचे 10 प्रमुख उदाहरण दिए गए हैं, जिनमें यमक अलंकार को रेखांकित किया गया है:
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राम राम सब कहते हैं, राम बिना सब शून्य।
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नैनन में प्रेम की जोत जलाए नैनन ने।
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जल में कमल खिला है, मन में जल जलता है।
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मन का मन बदल गया जब सच्चाई दिखी।
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धरती पर धरती के पुत्र ने कर दिखाया।
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नाम बड़ा न दिखावा, कर्म ही सच्चा है।
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रात को रातभर मैं सोचता रहा।
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दिन में दिन जैसे चमकता गया।
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राजा का राजा वही जो प्रजा के काम आए।
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कान में कानों की बात रखो।
👉 यहाँ हर उदाहरण में एक ही शब्द दो बार प्रयुक्त हुआ है लेकिन उसका अर्थ हर बार अलग है — यही यमक अलंकार( Yamak Alankar )की सुंदरता है।
यमक अलंकार का रूप निर्माण (Yamak Alankar ke Roop Nirman)
| आधार | रूप निर्माण का तरीका | उदाहरण |
|---|---|---|
| संज्ञा (Noun) | जब एक ही संज्ञा दो अर्थ देती है | राजा का राजा वही… |
| क्रिया (Verb) | जब क्रिया शब्द दो बार आए और अर्थ बदले | चल चल रे मन… |
| विशेषण (Adjective) | जब एक विशेषण अलग संदर्भ में अलग अर्थ दे | सुंदर सुंदर बाग खिला है। |
| सर्वनाम (Pronoun) | पुनरावृत्ति द्वारा अर्थ बदलता है | वह वही नहीं जो पहले था। |
- यमक अलंकार (Yamak Alankar) वह शब्दालंकार है जिसमें एक ही शब्द का बार-बार प्रयोग होता है, लेकिन हर बार उसका अर्थ अलग होता है, जिससे भाषा में मधुरता, आकर्षण और गहराई उत्पन्न होती है।
विशेषज्ञ की राय
यमक अलंकार विद्यार्थियों के लिए सबसे रोचक अलंकारों में से एक है क्योंकि यह शब्दों के खेल और अर्थ की विविधता दोनों सिखाता है।
यह न केवल कवियों के लिए उपयोगी है, बल्कि भाषा प्रेमियों को भी यह सिखाता है कि कैसे एक ही शब्द से अनेक भाव व्यक्त किए जा सकते हैं।
यमक अलंकार का महत्त्व (Yamak Alankar Ka Mahatva)
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कविता में सौंदर्य, मधुरता और लय लाता है।
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शब्दों के बहुअर्थी प्रयोग की कला सिखाता है।
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भाषा की समृद्धि और लचीलेपन को दर्शाता है।
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कवि की कल्पनाशक्ति और शब्द-चयन कौशल को प्रकट करता है।
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श्रोता या पाठक को आनंद और चिंतन दोनों प्रदान करता है।
📚 यमक अलंकार बनाम अन्य अलंकार
| तुलना बिंदु | यमक अलंकार | अनुप्रास अलंकार | रूपक अलंकार |
|---|---|---|---|
| आधार | शब्दों की पुनरावृत्ति | वर्णों की पुनरावृत्ति | तुलना या उपमा |
| अर्थ | हर बार अलग अर्थ | समान ध्वनि | एक वस्तु को दूसरी बताना |
| उदाहरण | राम राम सब कहते हैं | बालक बाल बोलता है | समय चोर है |
🪶 अभ्यास प्रश्न
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नीचे दिए गए वाक्यों में से कौन-सा यमक अलंकार का उदाहरण है?
(क) सूरज उग आया।
(ख) राम राम सब कहते हैं।
(ग) गंगा बहती है।
उत्तर: (ख) -
“नाम बड़ा न दिखावा” — इसमें ‘नाम’ शब्द का क्या प्रयोग हुआ है?
उत्तर: यमक अलंकार — शब्द पुनरावृत्ति के साथ भिन्न अर्थ।
🌈 निष्कर्ष
Yamak Alankar (यमक अलंकार) हिंदी कविता का एक अनमोल रत्न है।
यह हमें सिखाता है कि भाषा में संगीत और अर्थ दोनों का सामंजस्य कैसे बिठाया जाए।
2025 के विद्यार्थियों के लिए यह विषय न केवल परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि भाषिक सौंदर्य की समझ के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।
तो अगली बार जब आप कविता लिखें, तो सोचिए —
क्या आपका शब्द दो अर्थों में मुस्कुरा सकता है?
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❓ FAQs: यमक अलंकार से जुड़े सामान्य प्रश्न
1. Yamak Alankar किस प्रकार का अलंकार है?
👉 यह शब्दालंकार का एक प्रकार है।
2. यमक अलंकार में क्या मुख्य बात होती है?
👉 एक ही शब्द का बार-बार प्रयोग लेकिन हर बार अलग अर्थ।
3. यमक अलंकार के कितने प्रकार होते हैं?
👉 मुख्यतः तीन — शब्द यमक, अर्थ यमक, द्विविध यमक।
4. क्या अनुप्रास और यमक अलंकार एक ही हैं?
👉 नहीं, अनुप्रास में ध्वनि दोहराई जाती है, जबकि यमक में शब्द दोहराया जाता है।
5. परीक्षा में यमक अलंकार कैसे पहचाने?
👉 यदि एक शब्द दो बार आए और दोनों बार उसका अर्थ अलग हो — वही यमक है।
⚠️ डिस्क्लेमर
यह लेख केवल शैक्षणिक और जानकारी हेतु लिखा गया है।
सभी उदाहरण और व्याख्याएँ शिक्षण उद्देश्यों के लिए प्रस्तुत की गई हैं।
यदि किसी पुस्तक या लेखक से समानता मिलती है, तो वह सहयोगात्मक या संयोगवश है।
