✨ परिचय:
क्या आपने कभी सोचा है कि “पानी”, “घी”, “तेल”, “सोना” जैसे शब्द किस श्रेणी में आते हैं?
ये न व्यक्ति हैं, न स्थान — बल्कि पदार्थ हैं।
ऐसे शब्द जो किसी द्रव्य या पदार्थ का बोध कराते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) कहा जाता है।
2025 के नए हिंदी पाठ्यक्रम में द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण को
विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि ये छात्रों को पदार्थों और भावों के बीच अंतर सिखाते हैं।
🌸Dravya Vachak Sangya Ki Paribhasha
सरल परिभाषा:
जो संज्ञा शब्द किसी पदार्थ, द्रव्य या सामग्री का बोध कराते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
👉 उदाहरण: “सोना”, “पानी”, “दूध”, “घी”, “रेत”, “वायु” —
ये सभी द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण हैं क्योंकि ये पदार्थों के नाम हैं।
2025 की परिभाषा:
“जो संज्ञा किसी ठोस, तरल या गैसीय पदार्थ का बोध कराए और जिसे मापा, तौला या छुआ जा सके,
वह द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) कहलाती है।”
🌿 द्रव्यवाचक संज्ञा की विशेषताएँ(Dravya Vachak Sangya Ki Kisheshta)
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किसी पदार्थ या सामग्री का नाम बताती है।
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इसे देखा, छुआ और मापा जा सकता है।
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यह ठोस, तरल या गैसीय रूप में हो सकती है।
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इसके साथ “का”, “की”, “से बना” जैसे शब्द प्रयोग में आते हैं।
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असंख्य होती है, पर मापी जा सकती है।
उदाहरण:
सोने की चेन, घी का दीपक, पानी से भरी बाल्टी —
सभी में द्रव्यवाचक संज्ञा का प्रयोग है।
🌺 द्रव्यवाचक संज्ञा के प्रकार(Dravya Vachak Sangya Ke Prakar)
| प्रकार | परिभाषा | उदाहरण |
|---|---|---|
| 1. प्राकृतिक द्रव्यवाचक संज्ञा | जो प्रकृति से प्राप्त हों | जल, वायु, अग्नि, मिट्टी |
| 2. कृत्रिम द्रव्यवाचक संज्ञा | जो मनुष्य द्वारा बनाई गई वस्तुओं के नाम हों | कपड़ा, तेल, घी |
| 3. धात्विक द्रव्यवाचक संज्ञा | जो धातु या खनिज पदार्थों को दर्शाए | सोना, चांदी, लोहा, तांबा |
इस प्रकार द्रव्यवाचक संज्ञा के प्रकार हमें बताते हैं कि पदार्थ प्राकृतिक हैं या निर्मित।
🌼 द्रव्यवाचक संज्ञा की पहचान(Dravya Vachak Sangya Ki Pehchan)
| नियम | पहचान | उदाहरण |
|---|---|---|
| 1 | जो शब्द किसी द्रव्य का नाम बताए | दूध, पानी, तेल |
| 2 | जिसे मापा या तौला जा सके | दो लीटर दूध, पाँच ग्राम सोना |
| 3 | जिसके साथ “का”, “की”, “से बना” आए | सोने की अंगूठी, मिट्टी का घर |
| 4 | ठोस/तरल/गैस रूप में मौजूद हो | लोहा, जल, वायु |
| 5 | पदार्थ की मात्रा दर्शाए | एक किलो चावल, एक कप चाय |
Quick Trick:
अगर शब्द “से बना” या “का” से जुड़ता है —
तो लगभग 100% वह द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) है!
🌻 द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण(Dravya Vachak Sangya ke udaharan)
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इस बाल्टी में पानी भरा है।
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सोना बहुत कीमती धातु है।
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दीपक में घी डाला गया।
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माँ ने बच्चे को दूध पिलाया।
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यह थाली चांदी की बनी है।
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मिट्टी से घर का निर्माण हुआ।
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हवा में वायु की सुगंध है।
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यह दरवाज़ा लकड़ी से बना है।
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तेल से बाल चमकते हैं।
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मजदूरों ने सड़क पर रेत बिछाई।
इन सभी वाक्यों में जो शब्द रेखांकित हैं,
वे द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण हैं क्योंकि वे किसी पदार्थ का नाम बताते हैं।
🌸 द्रव्यवाचक संज्ञा का रूप निर्माण(Dravya Vachak Sangya Ke Roop Nirman)
| स्रोत शब्द | प्रकार | द्रव्यवाचक रूप |
|---|---|---|
| संज्ञा | पत्थर → पत्थर (द्रव्य के रूप में) | |
| विशेषण | मीठा → चीनी | |
| क्रिया | जलना → धुआँ | |
| अव्यय | नीचे → मिट्टी (नीचे का तत्व) |
👉 “सोना” एक धातु है (द्रव्यवाचक संज्ञा),
जबकि “मिठास” भाववाचक संज्ञा है।
🌾 द्रव्यवाचक संज्ञा और भाववाचक संज्ञा में अंतर
| तुलना बिंदु | द्रव्यवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा |
|---|---|---|
| अर्थ | पदार्थ या सामग्री का बोध | भाव या गुण का बोध |
| दिखाई देना | दिखाई देती है | महसूस की जाती है |
| मापन | मापी/तौली जा सकती है | नहीं मापी जा सकती |
| उदाहरण | पानी, सोना, तेल | गुस्सा, प्रेम, मिठास |
💡 द्रव्यवाचक संज्ञा का महत्व(Dravya Vachak Sangya ka Mahatva )
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भाषा को ठोस अर्थ देती है।
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विज्ञान और दैनिक जीवन में उपयोगी।
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वस्तुओं की श्रेणी समझाने में मददगार।
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छात्रों के लिए पहचान अभ्यास में आवश्यक।
जैसे – “चाय में चीनी डालो।”
यहाँ “चाय” और “चीनी” दोनों द्रव्यवाचक संज्ञा हैं।
🎓 विशेषज्ञ की राय
मेरे अनुसार, द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) व्याकरण की सबसे व्यावहारिक श्रेणी है।
यह छात्रों को ठोस और अमूर्त संज्ञा के बीच फर्क सिखाती है।
2025 के पाठ्यक्रम में इसका प्रयोग अब अधिक विस्तृत रूप में किया जा रहा है।”
🌼 निष्कर्ष
द्रव्यवाचक संज्ञा हिंदी भाषा की वह श्रेणी है जो पदार्थों की पहचान कराती है।
पानी, दूध, सोना, घी, चांदी, मिट्टी — ये सभी शब्द बताते हैं कि हमारी भाषा कितनी जीवंत है।
💬 याद रखें:
जिसे आप देख सकें, छू सकें या माप सकें —
वह द्रव्यवाचक संज्ञा है।
Read Also:
❓ FAQs: द्रव्यवाचक संज्ञा से जुड़े प्रश्न
1. द्रव्यवाचक संज्ञा क्या है?
जो शब्द किसी पदार्थ या द्रव्य का बोध कराएँ, वे द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
2. द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण बताइए।
पानी, दूध, सोना, तेल, चांदी, लकड़ी, रेत।
3. द्रव्यवाचक संज्ञा की पहचान कैसे करें?
जिसे मापा जा सके या जिसके साथ “का”, “की”, “से बना” जुड़े हों।
4. द्रव्यवाचक संज्ञा के प्रकार क्या हैं?
प्राकृतिक, कृत्रिम और धात्विक द्रव्यवाचक संज्ञा।
5. द्रव्यवाचक संज्ञा और भाववाचक संज्ञा में अंतर क्या है?
एक पदार्थ बताती है, दूसरी भाव या गुण।
6. द्रव्यवाचक संज्ञा का उपयोग कहाँ किया जाता है?
भोजन, विज्ञान, उद्योग, शिक्षा और रोज़मर्रा की बातचीत में।
⚠️ डिस्क्लेमर:
यह सामग्री मानक हिंदी व्याकरण पुस्तकों (NCERT, CBSE 2025 Edition) पर आधारित है।
शैक्षिक उपयोग के लिए तैयार की गई है।
